संत जनाबाईंची मानसहोळी
कराया साजरा |
होलिकेचा सण |
मनाचे स्थान |
निवडिले ||
ऐसे ते स्थान |
साधने सारवले |
भक्तीने शिंपिले |
केले सिद्ध ||
त्या स्थानी खळगा |
समर्पणाचा केला |
त्यात उभा ठेला |
अहंकार एरंड ||
रचलीया तेथे |
लाकडे वासनांची |
इंद्रीय गोवऱ्याची |
रास भली ||
गुरुकृपा तैल |
रामनाम घृत |
अर्पिले तयात |
ऐसे केले ||
रेखिली भोवती |
सत्कर्म रांगोळी |
भवरंगाचे मेळी |
शोभिवंत ||
वैराग्य अग्नीसी |
तयाते स्थापिले |
यज्ञरूप आले |
झाली कृपा ||
दिधली तयाते |
विषय पक्वान्नाहुती |
आणिक पुर्णाहूती |
षड्रिपु श्रीफळ ||
झाले सर्व हुत |
वैराग्य अग्नीत |
जाणावया तेथ |
नुरले काही ||
वाळ्या म्हणे जनी |
व्हावी ऐसी होळी |
जेणे मुक्तीची दिवाळी |
अखंडित ||🙏
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