माता-पिता के लिए साइबर जागरूकता और स्वच्छता
अपने बच्चों से ग्रूमिंग, बुलिंग और स्टैकिंग जैसे संभावित ऑनलाइन खतरों के बारे में बातचीत करें और उनकी ऑनलाइन गतिविधियों पर नज़र रखें। इंटरनेट और ऑनलाइन गेम के प्रयोग के संबंध में स्पष्ट दिशानिर्देश सेट करें।
व्यवहार में परिवर्तन के संकेतों को देखें: यदि आपका बच्चा ऑनलाइन अधिक समय बिताना शुरू कर देता है और अपनी ऑनलाइन गतिविधियों के बारे में डिफेन्सिव या सीक्रेटिव होने लगता है, तो यह साइबर ग्रूमिंग का एक संकेत हो सकता है। अपने बच्चे से बातचीत करें और उसे अन्य गतिविधियों में लगाएं।
अपने बच्चे को साइबर ग्रूमिंग से बचाएं:ग्रूमिंग एक ऐसी प्रणाली है जिससे कोई व्यक्ति यौन शोषण के लिए किसी बच्चे का विश्वास प्राप्त करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया या चैट विंडो के माध्यम से उसके साथ एक भावनात्मक संबंध बनाता है।
हो सकता है की बच्चे सोशल मीडिया से गोपनीयता सेटिंग्स को हटाएं ताकि वे अधिक मित्र बना सकें। माता-पिता को अपने बच्चों से सोशल मीडिया के जिम्मेदारीपूर्ण प्रयोग के बारे में चर्चा करनी चाहिए। इसके अलावा, वे उन्हें ठोस गोपनीयता सेटिंग्स का चयन करने के लिए शिक्षित करें और इस संबंध में उनकी सहायता करें।
कभी भी संदिग्ध लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक न करें: कभी भी अनजान व्यक्ति से ई-मेल, टेक्स्ट मैसेज या सोशल मीडिया में प्राप्त लिंक या फाइलों पर क्लिक न करें। यह एक मैलवेयर से कंप्यूटर को संक्रमित करने का प्रयास हो सकता है।
अपने वेबकैम को कवर करें:यदि एक वेब कैमरा (लैपटॉप में डिफ़ॉल्ट) हैक/ कम्प्रोमाइज्ड हो जाए तो इसका प्रयोग दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों का निरीक्षण करने/देखने और रिकॉर्ड करने के लिए एक माध्यम के रूप में किया जा सकता है। यह अनुशंसा की जाती है कि जब वेबकैम का प्रयोग नहीं किया जा रहा हो तब वेबकेम को कवर करके रखें।
पेरेंटल कण्ट्रोल सॉफ्टवेयर के साथ एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर लगाएं: बच्चों द्वारा प्रयोग किए जाने वाले उपकरणों पर पेरेंटल कण्ट्रोल सॉफ्टवेयर के साथ एंटी वायरस सॉफ्टवेयर लगाएं और उनके द्वारा देखि जाने वाली सोशल मीडिया साइटों की गोपनीयता सेटिंग्स की समीक्षा करें।
सॉफ्टवेयर को अपडेट रखें:अपने सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट रखें। आपकी निजी जानकारी तक एक्सेस प्राप्त करने और आपको जोखिम में डालने के लिए हैकर्स सॉफ़्टवेयर भेद्यता को लक्षित करते हैं, इसलिए अपने सभी सॉफ़्टवेयर को नवीनतम सुरक्षा पैच के साथ अपडेट करना सुनिश्चित करें। अविश्वसनीय स्रोतों से सॉफ़्टवेयर, गेम, संगीत और एप्लिकेशन कभी भी इंस्टॉल न करें।
सुरक्षित ब्राउज़र सेटिंग्स सेट करें:हमेशा ब्राउज़र का अपडेट किया गया संस्करण चुनें और हैकर्स तथा मैलवेयर से सुरक्षा के लिए सुरक्षित ब्राउज़िंग टूल इंस्टॉल करें।
--- (Source: राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल)